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इतिहास

हजारीबाग जिला में सन 1973 में कोडरमा अनुमंडल बना था  बाद में  10 अप्रैल 1994 को इसे पूर्ण जिले का दर्जा प्राप्त हुआ। वर्त्तमान में कोडरमा जिले में छह प्रखंड है .कोडरमा सदर,जयनगर,मरकच्चो,सतगावां चंदवारा और डोमचांच। झारखंड राज्य के कोडरमा जिला  अभ्रक खनन के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है, विशेष रूप से रूबी अभ्रक के लिए। जिला में वर्षों से अभ्रक उत्पादन में एकाधिकार रहा है  और अभ्रक दुनिया भर के कई देशों में निर्यात किया जाता है । कोडरमा जिला में अभ्रक मुख्य रूप से  ढाब, ढोढाकोला, खलगतमबी, डिबोर, बांद्राचुआ, इत्यादि।  क्षेत्रों में पाई जाती है ।वर्षों पूर्व,ध्वजाधारी पर्वत पर महान तपस्वी कदरम ऋषि निवास करते थे, इन्ही के नाम पर यह जिला का नाम कोडरमा पड़ा|

जिला 24.15’46” और 24.49’18’ ‘अक्षांश और 85.26’01” और 85.54’16” देशान्तर से घिरा हुआ है और लगभग 1655.61 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल को कवर करता है। यह उत्तर में बिहार के नवादा जिले से,दक्षिण में झारखंड के हजारीबाग जिले, पूर्व में झारखंड के गिरिडीह जिले द्वारा और पश्चिम में बिहार के गया जिले से घिरा हुआ है।

आरंभिक इतिहास

यहां कोडरमा जिले का कोई प्रमाणिक इतिहास उपलब्ध नहीं है यह 09/04/1994 तक हजारीबाग जिला का एक अभिन्न अंग था। वर्षो पहले कोडरमा क्षेत्र बहुत ही घने जंगलो तथा पहाड-पठार  से घिरा हुआ था। इस दौरान यहाँ कई गैर-आर्य भी आए लेकिन यहाँ के आदिवासी उनसे डट का सामना किये और उन्हें भगा दिये। झारखंड का पूरा छोटानागपूर क्षेत्र  जंगल झाड से भरा हुआ थ। जिसका अर्थ वन प्रदेश के नाम से जाना जाने लगा।

हालांकि महाभारत काल के राजगृह के शक्तिशाली सम्राट जरासंध अपने राज्य के प्रति अच्छे से पर्येवेक्षण नहीं करते थे इसी प्रकार महापदमानंद  जो मगध के राजा थे उन्होंने अपना अधिकार सिर्फ उडीसा पर ही नहीं बल्कि झारखंड पर भी कर लिया था । संभवतः मगध के राजा अशोक को भी शामिल कर लिया । इससे यह पता चलता है कि यह अलग-अलग राज्यों के संपर्क मे थे।  कलिंग के मौर्य शक्ति राजा खारवेल के पतन के साथ-साथ झारखंड के माध्यम से एक सेना को नेतृत्व किया  और राजगीर और पाटलीपुत्र को बर्बाद कर दिया इसी दौरान समुद्रगुप्त(335-380 ए .ड ) दक्कन के पठार से यात्रा करते हुए झारखंड पहुँचे थे।

चीनी यात्री इचिंग अपने नलांदा तथा गया के या़त्रा के दौरान छोटानागपूर की भी यात्रा की थी। माना जाता है कि यह छोटानागपूर राज्य 5वीं शताब्दी में गुप्त ने स्थापित किया थ। छोटानागपूर के स्थापना के बाद फणिमुक्क्ट पहला राजा चुना गया।

कोडरमा में घोरसिमा में पूराप्ताविक अवशेष पाये जाते है।